Saturday, August 6, 2011

पहला घोटाला


आज़ादी  के बाद जीप घोटाला हिंदुस्तान का पहला घोटाला था. कश्मीर मसले पर पाकिस्तान  से दो-दो हाथ हो  चूका था.वी के मेनन briten में भारत के uchayuktt थे. मेनन के कहने पर रक्षा मंत्रालय ने उस wakt ३०० पौंड prati  जीप के हिसाब से 1500 jeepon का aadesh de दिया. lekin 9 mahine tak jeepein नहीं आई. 1949 में sirf 155 jeepein madras bandargah पर panhuchi. इनमे से ज्यादातर jeepein तय मानक पर खरी नहीं उतारी.janch में मेनन doshi पाए gaye. लेकिन karvai के naam पर kuchh नहीं हुआ. बाद में उन्हें रक्षा मंत्री भी बनाया गया. जाहिर है,जीप घोटाले ने भारत ko ghotalon के desh में तब्दील करने के लिए beejaropan तो कर ही दिया था. इस  घोटाले ने यह sabit कर दिया की aap bhale ही घोटाले कर lo, lekin satta paksh का samarthan aapke pas है तो आपको kuchh नहीं होगा.
घुसखोर सत्ता के आस-पास हमेशा टिके रहते हैं. अंग्रेजों के राज ख़त्म होने के बाद यंहा  बड़ी-बड़ी कम्पनियाँ आई. उन्हें बड़े-बड़े सौदे दिए गए. बहुत से सौदे में मंत्री से लेकर नीचे तक सभी को घुस का हिस्सा मिला. आज यह घुस कमीसन का रूप ले चूका है. जितना बड़ा सौदा, उतना बड़ा कमीसन अब भार्स्ताचार  पर काबू पाना मुश्किल हैं. कभी नेहरु ने भी कहा था कि- भर्स्ट लोगों को सबसे निकट के बिजली के खम्भों से लटका देना चाहिए.

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