Wednesday, December 25, 2013

पंचायत ने लड़कियों के फोन पर लगाया प्रतिबंध


बिहार में एक ग्राम पंचायत ने कुंवारी लड़कियों के मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह जानकारी बुधवार को एक पंचायत सदस्य ने दी। यह फैसला पश्चिम चंपारण जिले में मंगलवार शाम सोमगढ़ पंचायत की बैठक में लिया गया। ग्राम पंचायत की प्रधान के पति जाकिर अंसारी ने कहा कि पंचायत ने ऐसा करने वाली लड़कियों के परिवारों को भारी जुर्माना लगाने की धमकी भी दी है। वास्तव में प्रधान के रूप में काम करने वाले अंसारी ने कहा, यह फैसला हजारों ग्रामीणों की सहमति से लिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी परिवारों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि फैसले का उल्लंघन न हो। हालांकि, बिहार पंचायती राज मंत्री भीम सिंह ने कहा कि पंचायत को मोबाइल का प्रयोग करने वाली लड़कियों पर प्रतिबंध लगाने या उन्हें इनका प्रयोग करने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है। सिंह ने कहा, अगर इस संबंध में लड़कियों या गांव से किसी भी शख्स की शिकायत आई तो सरकार पंचायत के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करेगी। बिहार में यह इस तरह का पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व, औरंगाबाद जिले में पंचायत ने स्कूली छात्राओं के फोन प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया था। यही नहीं छात्राओं को 'उत्तेजक' कपड़े न पहनने के लिए कहा गया था।

पटना के राजकीय अतिथिशाला में १९९६ में प्रख्यात राजऋषि, राजनीतिज्ञ श्री अटल बिहारी वाजपेयी से अख़बार के लिए एक लम्बी वार्ता … (साथ में आज हिंदी दैनिक के तत्कालीन मैनेजिंग एडिटर श्री बेनी माधव चटर्जी और अग्रज पत्रकार श्री वीरेंद्र कुमार।) … आज पूर्व प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन हैं। … उनको उनके जन्मदिवस पर अनंत-अशेष शुभकामनाएँ और कोटि-कोटि नमन.… ।

Tuesday, October 29, 2013

पकड़ा गया नीतीश का झूठ





भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान बिहार की राजधानी धमाकों से दहल उठी। 5 लोगों की मौत के साथ-साथ 100 के करीब घयाल हो गए। धमाकों के बाद मुआवजे का महरम लगाने आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ-साफ कहा कि भाजपा की रैली के मद्देनजर किसी भी तरह की सुरक्षा में चूक नहीं की गई थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नीतीश बार-बार कहते रहे कि उन्हें आतंकी हमलों से जुड़ी कोई खूफिया जानकारी नहीं मिली थी। नीतीश ने कहा कि उन्हें ना तो गृह मंत्रालय ने कोई अलर्ट जारी किया था और ना हीं राज्य की खूफिया विभाग ने किसी तरह के हमलों की जानकारी दी थी, लेकिन नीतीश के इस झूट से पर्दा उठ गया है। उनका झूठ पकड़ा गया है। दरअसल 24 सितंबर को गृहमंत्रायल ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि भाजपा प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी का जहां भी कार्यक्रम हो वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। इस अलर्ट में बड़े हमले के खतरे की संभावना व्यक्त की गई थी। ये खूफिया पटना में होने वाली मोदी की हुंकार रैली के लिए भी जारी कि गई थी, लेकिन बिहार सरकार ने इसके मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए। गृह मंत्रालय के सूत्रों मुताबिक राज्यों को संभावित हमले के बड़े खतरे का अलर्ट दिया गया था, इसी वजह से नरेन्द्र मोदी की एनएसजी सुरक्षा दोगुनी की गई थी। गृहमंत्रालय से हमले की जानकारी होने के बावजूद नीतीश कुमार की सरकार ने मोदी की सुरक्षा में लापरवाही बरती। गौरतलब है कि हाल के दिनों में बिहार में आतंकी वारदातों की तादात बढ़ी है। बोधगया हमले के बाद पटना में आतंकियों ने लो इंटेंसिटी ब्लास्ट कर सरकार को चेतानी की कोशिश की गई। हलांकि आईएम फाउंडर यासीन भटकल की बिहार-नेपाल सीमा से गिरफ्तारी इस बात की ओर संकेत था कि नार्थ बिहार में आतंकियों की गतिविधियों बढ़ी है।