Friday, July 8, 2011

गांधी सेतु का जिम्मा एनएचएआई को

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गांधी सेतु एनएचएआई को सौंप दिये जाने के फैसले पर मुहर लग गयी। पथ निर्माण विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत और पथ परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के सचिव ए के उपाध्याय की दिल्ली में इस मुद्दे पर बैठक हुई। बैठक में तय हुआ कि गांधी सेतु को एनएचएआई को सौंपे जाने की अधिसूचना अगले एक हफ्ते के भीतर जारी कर दी जायेगी। बैठक में डुमरी पुल के डिजायन पर भी सकारात्मक चर्चा हुई। बिहार के लिए महत्वपूर्ण बात यह है पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव 11 जुलाई को पटना में बिहार की विभिन्न सड़क परियोजनाओं पर चर्चा करेंगे।
गांधी सेतु की मरम्मत का प्रस्ताव लंबी अवधि से पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के पास लंबित था। पिछले दिनों प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के हस्तक्षेप पर पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के डीजी ने पूरी टीम के साथ गांधी सेतु का निरीक्षण किया था। उस समय यह तय हुआ था कि गांधी सेतु की मरम्मत का जिम्मा एनएचएआई खुद ले लेगी। मंत्रालय के स्तर पर इस बाबत एक बैठक भी हुई थी। उसी समय से यह इंतजार किया जा रहा था कि गांधी सेतु की मरम्मत का काम एनएचएआई को सौंपा जा सकता है। शुक्रवार को हुई बैठक में इस पर आधिकारिक रूप से फैसला ले लिया गया।
पथ निर्माण विभाग का यह प्रस्ताव है कि गांधी सेतु के सुपर स्ट्रक्चर को पूरी तरह से तोड़ दिया जाये तभी इस पुल को बताया जा सकता है। गांधी सेतु की मरम्मत अभी किस्तों में होती रही है। पथ निर्माण विभाग ने पुल क्षेत्र के एक विशेषज्ञ से इस बारे में रिपोर्ट बनाकर पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को सौंप रखी है।

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