- राकेश प्रवीर
पिछले करीब पांच महीने से अपनी क्रांतिरथ यात्राओं से युवाओं को झकझोर रहे सपा के राज्य अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के साथ ही युवाओं के इस उत्साह के लिए चुनाव आयोग को भी श्रेय देना चाहिए। जगह-जगह लगे चुनाव आयोग के होर्डिंग्स और बैनर इन युवाओं को ही मतदान के लिए उद्वïेलित कर रहे थे...सेना के जवानों को प्रतीक बनाकर युवाओं से ही तो कहा जा रहा था कि देश की खातिर ये अपनी जान देते हैं...आप मतदान भी नहीं करेंगे...। इसके साथ ही आयोग का यह भी आह्ïवान था कि पहले मतदान, फिर जलपान...। नतीजा रहा कि मतदान शुरू होने के दो घंटे के अंदर ही मतदान का औसत प्रतिशत करीब 20 पर पहुंच गया। व्यवस्थागत खामियों की हल्की झलकियों के बावजूद युवा उत्साह ने अपना रंग दिखाया और शाम होते-होते मतदान प्रतिशत को 60 के मुकाम पर पहुंचा दिया।
दूसरे चरण का मतदान पूर्वांचल के उन क्षेत्रों में था, जो आमतौर पर मठ, मनी और मसल पॉवर के लिए जाने जाते हैं। पूर्वांचल के गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर और संतकबीर नगर में शनिवार को 59 सीटों के लिए मतदान हुए। सभी सीटों पर दोपहर 4 बजे तक करीब 53 फीसदी मतदान हो चुका थे। देवरिया में एक बजे तक सबसे अधिक 40 प्रतिशत मतदान हुआ था। इससे पहले सुबह 11 बजे तक 19 फीसदी और 9 बजे तक केवल 7.40 फीसदी मतदान हुआ था। मतदान का बढ़ा यह प्रतिशत राजनीति के युवा नेतृत्व में विश्वास भी भर रहा है। अखिलेश हों या राहुल, दोनों का आह्ïवान व्यवस्था परिवर्तन का ही है। निश्चिततौर पर युवाओं को यह आह्ïवान भाया है।
No comments:
Post a Comment