ट्रैफिक (Traffic) के नए कानून (New Law) से बिहार (Bihar) की नीतीश सरकार (Nitish Govt) की इनदिनों चांदी है. महज 13 दिन में चालान (Challan) से बिहार सरकार (Bihar Government) के खजाने में तकरीबन 50 लाख रुपये का राजस्व आया है. 50 लाख रुपये का यह राजस्व अकेले पटना (Patna) में ट्रैफिक (Traffic) की सख्ती और नए नियमों के चलते सरकार को मिला है. नए ट्रैफिक नियमों के चलते ड्राइविंग लाइसेंस (Driving license) बनवाने वालों में 10 गुना बढ़ोत्तरी हुई है.
सरकारी राजस्व में 10 गुना का इजाफा
पटना में ट्रैफिक के सख्त कानून ने आम आदमी की भले ही कमर तोड़ कर रख दी है, लेकिन पुलिस के ताबड़तोड़ चालान ने सरकारी राजस्व में इतना खजाना भर दिया है कि आप सुनकर हैरान हो जाएंगे. पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि महज 13 दिन में पटना जिला प्रशासन ने 50 लाख रुपये की वसूली की है. ये 50 लाख का आंकड़ा नए ट्रैफिक नियम लागू होने से पहले जिला प्रशासन पहले 3 महीने में पूरा करता था. यानी चालान की नई दर और नए कानून ने सरकारी खजाने की झोली भर दी है.
ड्राइविंग लाइसेंस और प्रदूषण जांच कराने वालों में 10 गुना बढ़ोत्तरी
ट्रैफिक नियम की सख्ती के बाद जहां एक तरफ गाड़ियों का चालान कट रहा है. वहीं दूसरी ओर नए ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वालों की भीड़ भी बदस्तूर बढ़ी है. पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि महज 10 दिन में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए तकरीबन 10 हजार नए आवेदन आए हैं, यानी 10 गुना बढ़ोत्तरी हुई है. एक आंकड़े के मुताबिक, पटना में पहले 1 दिन में करीब 100 लाइसेंस बनाए जाते थे, लेकिन आज प्रतिदिन 1000 लाइसेंसों का आवेदन मिल रहा है. पिछले 10 दिन में 10 हजार लाइसेंस बनाए गए हैं. कुछ यही हाल पटना के प्रदूषण जांच केंद्रों का भी है, जहां कभी एक केंद्र पर हर रोज 20 से 25 लोग अपनी गाड़ी की प्रदूषण जांच कराते थे आज उसमें में भी इजाफा होकर 10 गुना बढ़ोत्तरी हो गई है.
सख्त कानून और सरकारी डंडे का कमाल, सरकार मालामाल
सरकारी आंकड़े के मुताबिक, पिछले 10 दिन में करीब सवा पांच हजार Motor Violation का मामला सामने आया है. शायद यह पहला मौका है जब इतने कम दिन में इतनी बड़ी जुर्माने की राशि सरकार और जिला प्रशासन ने लोगों से वसूली है. यह आंकड़ा अकेले बिहार की राजधानी पटना का है, अगर समूचे बिहार का आंकड़ा देखा जाएगा तो जुर्माने की राशि करोड़ों में पहुंची जाएगी.
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