पहले कर्नाटक और अब गुजरात। सच चाहे जो भी लेकिन ऐसी घटनाओं से लोगों का अपने नेताओं पर से भरोसा उठना लाजमी है। क्या इस बार भी बीजेपी अपने विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी या फि र गुजरात का हाल भी कर्नाटक जैसा ही होगा जहां आरोपी तीन विधायकों में से दो क्लीन चिट दे दी गई। मामला अब तूल पकडऩे लगा है। विपक्षी दल कांग्रेस के हंगामे के बीच स्पीकर ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी विशेषाधिकार कमेटी को सौंपी गई है। आरोपी विधायक शंकर चौधरी के टैबलेट को भी एफएसएल जांच के लिए भेज दिया गया है। सदन में आज हंगामा कर रहे कांग्रेस के सभी विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। मामले की शिकायत स्पीकर तक करने वाले पत्रकार का दावा है कि बीजेपी विधायकों ने अपने टैबलेट पर सबसे पहले विवेकानंद की तस्वीर देखी। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की श्आपत्तिजनकश् तस्वीर देखी। इसके बाद अश्लील वीडियो देखने लगे। स्थानीय पत्रकार जनकभाई पुरोहित का कहना है कि उन्होंने इसकी शिकायत स्पीकर से की लेकिन विधायक 20 मिनट तक अश्लील वीडियो देखते रहे। भाजपा सांसद तरुण विजय ने कहा है कि इस मामले में सीएम नरेंद्र मोदी कार्रवाई करेंगे। वहीं पार्टी प्रवक्ता बलबीर पुंज ने कहा कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो कर्नाटक की तरह गुजरात में भी भाजपा विधायकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि इसमें हैरानी की कोई बात नहीं है क्योंकि बीजेपी के विधायक ही ऐसा कर सकते हैं। कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार की यही हकीकत है। पहले कर्नाटक में ऐसा हुआए अब गुजरात में भी ऐसा हुआ। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायकों की इस करतूत से देश और गुजरात की गरिमा का हनन हुआ है। इस पूरे मामले की जांच इन हाउस कमेटी बनाकर होनी चाहिए। हालांकि बीजेपी विधायकों ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। इन्होंने कांग्रेस पर बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। बीजेपी विधायकों ने कहा कि वो पोर्न वीडियो नहीं देख रहे थे। आरोपी विधायक शंकर चौधरी ने आज पत्रकारों से कहा मैं जिंदगी में कभी पॉर्न फिल्म नहीं देखी। चाहे तो आप मेरा मोबाइल फोन चेक कर सकते हैं। मंगलवार को सदन के पहले सत्र की बैठक पूरी होने में करीब एक घंटे का वक्त था। तभी भाजपा विधायक शंकर चौधरी अपने टैबलेट के साथ सदन में आए और अपनी सीट पर जा बैठे। चौधरी के पास ही सहेरा के विधायक जेठाभाई भरवाड़ भी बैठे थे। जेठाभाई भरवाड़ टैबलेट पर सर्फिग कर अश्लील फिल्म देखने लगे। यह सब खेल देख रहे पत्रकारों ने स्पीकर तक बात पहुंचाई। बात जब स्पीकर तक पहुंची तो उन्होंने विधायक तक संदेश भेजकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि इसमें हैरानी की कोई बात नहीं है क्योंकि बीजेपी के विधायक ही ऐसा कर सकते हैं। कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार की यही हकीकत है। पहले कर्नाटक में ऐसा हुआए अब गुजरात में भी ऐसा हुआ। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायकों की इस करतूत से देश और गुजरात की गरिमा का हनन हुआ है। इस पूरे मामले की जांच इन हाउस कमेटी बनाकर होनी चाहिए। हालांकि बीजेपी विधायकों ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। इन्होंने कांग्रेस पर बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। बीजेपी विधायकों ने कहा कि वो पोर्न वीडियो नहीं देख रहे थे। आरोपी विधायक शंकर चौधरी ने आज पत्रकारों से कहा मैं जिंदगी में कभी पॉर्न फिल्म नहीं देखी। चाहे तो आप मेरा मोबाइल फोन चेक कर सकते हैं। मंगलवार को सदन के पहले सत्र की बैठक पूरी होने में करीब एक घंटे का वक्त था। तभी भाजपा विधायक शंकर चौधरी अपने टैबलेट के साथ सदन में आए और अपनी सीट पर जा बैठे। चौधरी के पास ही सहेरा के विधायक जेठाभाई भरवाड़ भी बैठे थे। जेठाभाई भरवाड़ टैबलेट पर सर्फिग कर अश्लील फिल्म देखने लगे। यह सब खेल देख रहे पत्रकारों ने स्पीकर तक बात पहुंचाई। बात जब स्पीकर तक पहुंची तो उन्होंने विधायक तक संदेश भेजकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की।
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