अयोध्या में अपने को राम का सच्चा अनुयायी बताने वाले किन्नर गुलशन उर्फ बिंदू को विधान सभा के चुनाव में वोट कितना मिलेगा यह कहना अभी मुश्किल है लेकिन उसने अयोध्या विधानसभा सीट के चुनाव को रोचक बनाने के साथ ही अन्य उम्मीदवारों की धड़कने बढ़ा दी हैं। मशहूर रियल्टी शो बिग बास की लक्ष्मी, गोरखपुर की पूर्व महापौर आशा देवी, मध्य प्रदेश की पूर्व विधायक शबनम समेत देश के कोने-कोने से किन्नर अयोध्या में गुलशन के चुनाव प्रचार के लिए आये हैं। गुलशन को समाज के दबे-कुचले और महिलाओं का खासतौर से समर्थन मिल रहा है ।
गुलशन के प्रचार में किन्नरों के साथ ही युवकों का हुजूम निकलता है। वह अपने को राम का सच्चा अनुयायी बताती है। कुछ किन्नरों की सुंदरता को देख लोग दांतों तले अंगुली दबा लेते हैं । उनकी पहली प्रतिक्रिया होती है क्या किन्नर भी इतने सुन्दर होते हैं। गुलशन का कहना है कि रामायण और रामचरित मानस में भी लिखा है कि राम के वन जाते समय नर नारी सभी कुछ दूर के बाद वापस आ
गये थे लेकिन किन्नरों का हुजूम उनके साथ बहुत दूर गया था। इसलिए राम के आदर्शों पर नर और नारियों से ज्यादा किन्नर चलते हैं।
अयोध्या विधानसभा में तीन लाख नौ हजार पांच सौ तीन मतदाता हैं। इस सीट पर राम मंदिर आन्दोलन के चरम पर पहुंचने के समय 1991 से अभी तक लगातार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। भाजपा के लल्लू ङ्क्षसह यहां से विधायक हैं। समाजवादी पार्टी ने छात्र नेता तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को उम्मीदवार बनाया है जबकि बहुजन समाज पार्टी से व्यापारी नेता वेद गुप्ता प्रत्याशी हैं। कांग्रेस ने राजेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह को उम्मीदवार बनाया है। पीस पार्टी से राजन मिश्र उम्मीदवार हैं। किन्नर गुलशन के प्रचार के तरीके से इन उम्मीदवारों के होश उड़ गये हैं क्योंकि वह घर-घर पहुंच रही है। अयोध्या और फैजाबाद शहर में उसका प्रचार काफी तेज है। भाजपा के ज्यादातर मतदाता शहरी हैं इसलिए उसके प्रचार से सर्वाधिक घबड़ाये हुए भाजपा प्रत्याशी दिखायी पड़ रहे हैं। गुलशन विकास के मुद्ïदे पर कहती है-मेरे आगे पीछे कोई नहीं है, मैं किसके लिए भ्रष्टाचार करुंगी, इसलिए मुझे सेवा करने का मौका दीजिए। सभी दलों को आपने परखा है एक बार किन्नर को भी परखिए। उसके इस माॢमक अपील पर मतदाता कितना पसीजेंगे यह तो मतगणना के दिन ही पता चलेगा लेकिन उसके चुनाव मैदान में आ जाने से चुनाव दिलचस्प और गुदगुदाने वाला हो गया है। देश भर से यहां पहुंच रहे किन्नरों को देखने की ललक भी स्थानीय लोगों में देखी जा रही है।
गये थे लेकिन किन्नरों का हुजूम उनके साथ बहुत दूर गया था। इसलिए राम के आदर्शों पर नर और नारियों से ज्यादा किन्नर चलते हैं।
अयोध्या विधानसभा में तीन लाख नौ हजार पांच सौ तीन मतदाता हैं। इस सीट पर राम मंदिर आन्दोलन के चरम पर पहुंचने के समय 1991 से अभी तक लगातार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। भाजपा के लल्लू ङ्क्षसह यहां से विधायक हैं। समाजवादी पार्टी ने छात्र नेता तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को उम्मीदवार बनाया है जबकि बहुजन समाज पार्टी से व्यापारी नेता वेद गुप्ता प्रत्याशी हैं। कांग्रेस ने राजेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह को उम्मीदवार बनाया है। पीस पार्टी से राजन मिश्र उम्मीदवार हैं। किन्नर गुलशन के प्रचार के तरीके से इन उम्मीदवारों के होश उड़ गये हैं क्योंकि वह घर-घर पहुंच रही है। अयोध्या और फैजाबाद शहर में उसका प्रचार काफी तेज है। भाजपा के ज्यादातर मतदाता शहरी हैं इसलिए उसके प्रचार से सर्वाधिक घबड़ाये हुए भाजपा प्रत्याशी दिखायी पड़ रहे हैं। गुलशन विकास के मुद्ïदे पर कहती है-मेरे आगे पीछे कोई नहीं है, मैं किसके लिए भ्रष्टाचार करुंगी, इसलिए मुझे सेवा करने का मौका दीजिए। सभी दलों को आपने परखा है एक बार किन्नर को भी परखिए। उसके इस माॢमक अपील पर मतदाता कितना पसीजेंगे यह तो मतगणना के दिन ही पता चलेगा लेकिन उसके चुनाव मैदान में आ जाने से चुनाव दिलचस्प और गुदगुदाने वाला हो गया है। देश भर से यहां पहुंच रहे किन्नरों को देखने की ललक भी स्थानीय लोगों में देखी जा रही है।
वैसे राकेश भाई किन्नर की जगह पर
ReplyDeleteअगर तलाशें
कितने नर ?
तो जो आंकड़े आएंगे
वह नि:संदेह चौकाने वाले नहीं
होश उड़ाने वाले होंगे
सिर्फ सुंदरता ही नहीं होश उड़ाती है
असलियत पूरा का पूरा
उड़ा देती है और
कोहरे में नजर भी नहीं आती
उड़ान उसकी।