Tuesday, October 29, 2013

पकड़ा गया नीतीश का झूठ





भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान बिहार की राजधानी धमाकों से दहल उठी। 5 लोगों की मौत के साथ-साथ 100 के करीब घयाल हो गए। धमाकों के बाद मुआवजे का महरम लगाने आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ-साफ कहा कि भाजपा की रैली के मद्देनजर किसी भी तरह की सुरक्षा में चूक नहीं की गई थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नीतीश बार-बार कहते रहे कि उन्हें आतंकी हमलों से जुड़ी कोई खूफिया जानकारी नहीं मिली थी। नीतीश ने कहा कि उन्हें ना तो गृह मंत्रालय ने कोई अलर्ट जारी किया था और ना हीं राज्य की खूफिया विभाग ने किसी तरह के हमलों की जानकारी दी थी, लेकिन नीतीश के इस झूट से पर्दा उठ गया है। उनका झूठ पकड़ा गया है। दरअसल 24 सितंबर को गृहमंत्रायल ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि भाजपा प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी का जहां भी कार्यक्रम हो वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। इस अलर्ट में बड़े हमले के खतरे की संभावना व्यक्त की गई थी। ये खूफिया पटना में होने वाली मोदी की हुंकार रैली के लिए भी जारी कि गई थी, लेकिन बिहार सरकार ने इसके मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए। गृह मंत्रालय के सूत्रों मुताबिक राज्यों को संभावित हमले के बड़े खतरे का अलर्ट दिया गया था, इसी वजह से नरेन्द्र मोदी की एनएसजी सुरक्षा दोगुनी की गई थी। गृहमंत्रालय से हमले की जानकारी होने के बावजूद नीतीश कुमार की सरकार ने मोदी की सुरक्षा में लापरवाही बरती। गौरतलब है कि हाल के दिनों में बिहार में आतंकी वारदातों की तादात बढ़ी है। बोधगया हमले के बाद पटना में आतंकियों ने लो इंटेंसिटी ब्लास्ट कर सरकार को चेतानी की कोशिश की गई। हलांकि आईएम फाउंडर यासीन भटकल की बिहार-नेपाल सीमा से गिरफ्तारी इस बात की ओर संकेत था कि नार्थ बिहार में आतंकियों की गतिविधियों बढ़ी है।